रामायणम् — 7.76.1
Original
Segmented
लक्ष्मणस्य तु तद् वाक्यम् श्रुत्वा शत्रु-निबर्हणः वृत्र-घातम् अशेषेण कथय इति आह लक्ष्मणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लक्ष्मणस्य | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| निबर्हणः | निबर्हण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| वृत्र | वृत्र | pos=n,comp=y |
| घातम् | घात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अशेषेण | अशेषेण | pos=i |
| कथय | कथय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |