रामायणम् — 7.77.6
Original
Segmented
क्षीयमाणे तु लोके ऽस्मिन् सम्भ्रम्-मनसः सुराः यद् उक्तम् विष्णुना पूर्वम् तम् यज्ञम् समुपानयन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्षीयमाणे | क्षि | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सम्भ्रम् | सम्भ्रम् | pos=va,comp=y,f=part |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सुराः | सुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| विष्णुना | विष्णु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समुपानयन् | समुपनी | pos=v,p=3,n=p,l=lan |