रामायणम् — 7.78.6
Original
Segmented
पूज्यते नित्यशः सौम्य भय-आर्तैः रघुनन्दन अबिभ्यन् च त्रयो लोकाः स रोषस्य महात्मनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| पूज्यते | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| भय | भय | pos=n,comp=y |
| आर्तैः | आर्त | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| रघुनन्दन | रघुनन्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अबिभ्यन् | भी | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| च | च | pos=i |
| त्रयो | त्रि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| स | स | pos=i |
| रोषस्य | रोष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |