रामायणम् — 7.86.7
Original
Segmented
श्रुत्वा तु राघवस्य एतत् वचः परमम् अद्भुतम् दूताः सम्प्रययुः वाटम् यत्र आस्ते मुनि-पुंगवः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अद्भुतम् | अद्भुत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| दूताः | दूत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सम्प्रययुः | सम्प्रया | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| वाटम् | वाट | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| आस्ते | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
| पुंगवः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |