रामायणम् — 7.9.6
Original
Segmented
कन्या-पितृ-त्वम् दुःखम् हि सर्वेषाम् मान-काङ्क्षिणाम् न ज्ञायते च कः कन्याम् वरयेद् इति पुत्रिके
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कन्या | कन्या | pos=n,comp=y |
| पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| मान | मान | pos=n,comp=y |
| काङ्क्षिणाम् | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| न | न | pos=i |
| ज्ञायते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वरयेद् | वरय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| पुत्रिके | पुत्रिका | pos=n,g=f,c=8,n=s |