रामायणम् — 7.93.13
Original
Segmented
यः शृणोति निरीक्षेद् वा स वध्यः ते राघव भवेद् वै मुनि-मुख्यस्य वचनम् यदि अवेक्षसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शृणोति | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| निरीक्षेद् | निरीक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| वा | वा | pos=i |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वध्यः | वध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| वै | वै | pos=i |
| मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
| मुख्यस्य | मुख्य | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यदि | यदि | pos=i |
| अवेक्षसे | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |