रामायणम् — 7.94.17
Original
Segmented
श्रुतम् मे देवदेवस्य वाक्यम् परमम् अद्भुतम् प्रीतिः हि महती जाता ते आगमन-सम्भवा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| देवदेवस्य | देवदेव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अद्भुतम् | अद्भुत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| महती | महत् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| जाता | जन् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| आगमन | आगमन | pos=n,comp=y |
| सम्भवा | सम्भव | pos=n,g=f,c=1,n=s |