रामायणम् — 7.97.16
Original
Segmented
स तेषाम् निश्चयम् ज्ञात्वा कृतान्तम् च निरीक्ष्य च पौराणाम् दृढ-भक्तिम् च बाढम् इति एव सो ऽब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| निश्चयम् | निश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| कृतान्तम् | कृतान्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| निरीक्ष्य | निरीक्ष् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| पौराणाम् | पौर | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
| भक्तिम् | भक्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| बाढम् | बाढ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |