रामायणम् — 7.97.20
Original
Segmented
अभिषिच्य तु तौ वीरौ प्रस्थाप्य स्व-पुरे तथा दूतान् संप्रेषयामास शत्रुघ्नाय महात्मने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभिषिच्य | अभिषिच् | pos=vi |
| तु | तु | pos=i |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| वीरौ | वीर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| प्रस्थाप्य | प्रस्थापय् | pos=vi |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| दूतान् | दूत | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| संप्रेषयामास | संप्रेषय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| शत्रुघ्नाय | शत्रुघ्न | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| महात्मने | महात्मन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |