ऋतुसंहारम् — 1.9
Original
Segmented
सितेषु हर्म्येषु निशासु योषिताम् सुख-प्रसुप्तानि मुखानि चन्द्रमाः विलोक्य नूनम् भृशम् उत्सुकः चिरम् निशा-क्षये याति ह्रिया इव पाण्डुताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सितेषु | सित | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| हर्म्येषु | हर्म्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| निशासु | निशा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| योषिताम् | योषित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| प्रसुप्तानि | प्रस्वप् | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
| मुखानि | मुख | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| चन्द्रमाः | चन्द्रमस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विलोक्य | विलोकय् | pos=vi |
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| उत्सुकः | उत्सुक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| निशा | निशा | pos=n,comp=y |
| क्षये | क्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ह्रिया | ह्री | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| पाण्डुताम् | पाण्डुता | pos=n,g=f,c=2,n=s |