ऋतुसंहारम् — 4.10
Original
Segmented
मार्गम् समीक्ष्य अति निरस्त-नीरम् प्रवास-खिन्नम् पतिम् उद्वह् अवेक्ष्यमाणा हरिण-ईक्षण-अक्षी प्रबोधयन्ति इव मनोरथानि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मार्गम् | मार्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
| अति | अति | pos=i |
| निरस्त | निरस् | pos=va,comp=y,f=part |
| नीरम् | नीर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रवास | प्रवास | pos=n,comp=y |
| खिन्नम् | खिद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| पतिम् | पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उद्वह् | उद्वह् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| अवेक्ष्यमाणा | अवेक्ष् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
| हरिण | हरिण | pos=n,comp=y |
| ईक्षण | ईक्षण | pos=n,comp=y |
| अक्षी | अक्षी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| प्रबोधयन्ति | प्रबोधय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| इव | इव | pos=i |
| मनोरथानि | मनोरथ | pos=n,g=n,c=2,n=p |