सौन्दरनन्दम् — 1.23
Original
Segmented
एक-पित्रोः यथा भ्रात्रोः पृथक् गुरु-परिग्रहात् राम एवा भवत् गार्ग्यो वासुभद्रो ऽपि गौतमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| पित्रोः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| यथा | यथा | pos=i |
| भ्रात्रोः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| पृथक् | पृथक् | pos=i |
| गुरु | गुरु | pos=n,comp=y |
| परिग्रहात् | परिग्रह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| राम | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| एवा | एव | pos=i |
| भवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| गार्ग्यो | गार्ग्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वासुभद्रो | वासुभद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| गौतमः | गौतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |