सौन्दरनन्दम् — 11.18
Original
Segmented
तत् इदम् त्वाम् विवक्षामि प्रणयात् न जिघांसया त्वद्-श्रेयः हि विवक्षा मे यतो न अर्हामि उपेक्षितुम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| विवक्षामि | विवक्ष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| प्रणयात् | प्रणय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| जिघांसया | जिघांसा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| विवक्षा | विवक्षा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| यतो | यतस् | pos=i |
| न | न | pos=i |
| अर्हामि | अर्ह् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| उपेक्षितुम् | उपेक्ष् | pos=vi |