सौन्दरनन्दम् — 11.23
Original
Segmented
आकारेण अवगच्छामि तव धर्म-प्रयोजनम् यत् ज्ञात्वा त्वयि जातम् मे हास्यम् कारुण्यम् एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आकारेण | आकार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अवगच्छामि | अवगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| प्रयोजनम् | प्रयोजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हास्यम् | हास्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कारुण्यम् | कारुण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |