सौन्दरनन्दम् — 11.52
Original
Segmented
रजो गृह्णन्ति वासांसि म्लायन्ति परमाः स्रजः गात्रेभ्यो जायते स्वेदो रतिः भवति न आसने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रजो | रजस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृह्णन्ति | ग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| वासांसि | वासस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| म्लायन्ति | म्ला | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| परमाः | परम | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| स्रजः | स्रज् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| गात्रेभ्यो | गात्र | pos=n,g=n,c=5,n=p |
| जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्वेदो | स्वेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रतिः | रति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| आसने | आसन | pos=n,g=n,c=7,n=s |