सौन्दरनन्दम् — 11.54
Original
Segmented
सुखम् उत्पद्यते यत् च दिवि कामान् उपाश्नताम् यत् च दुःखम् निपतताम् दुःखम् एव विशिष्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उत्पद्यते | उत्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| उपाश्नताम् | उपाश् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| निपतताम् | निपत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| विशिष्यते | विशिष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |