सौन्दरनन्दम् — 11.59
Original
Segmented
सूत्रेण बद्धो हि यथा विहंगो व्यावर्तते दूर-गतः ऽपि भूयः अज्ञान-सूत्रेण तथा अवबद्धः गतो ऽपि दूरम् पुनः एति लोकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सूत्रेण | सूत्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| बद्धो | बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हि | हि | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| विहंगो | विहंग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्यावर्तते | व्यावृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दूर | दूर | pos=a,comp=y |
| गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| भूयः | भूयस् | pos=i |
| अज्ञान | अज्ञान | pos=n,comp=y |
| सूत्रेण | सूत्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| अवबद्धः | अवबन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| गतो | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| दूरम् | दूरम् | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| एति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |