सौन्दरनन्दम् — 13.22
Original
Segmented
मोक्षस्य उपनिषद् सौम्य वैराग्यम् इति गृह्यताम् वैराग्यस्य अपि संवेदः संविदो ज्ञान-दर्शनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मोक्षस्य | मोक्ष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उपनिषद् | उपनिषद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| वैराग्यम् | वैराग्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| गृह्यताम् | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| वैराग्यस्य | वैराग्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| संवेदः | संवेद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संविदो | संविद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| ज्ञान | ज्ञान | pos=n,comp=y |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |