सौन्दरनन्दम् — 15.21
Original
Segmented
श्रेयसो विघ्न-करणात् भवन्ति आत्म-विपत्तये पात्री-भाव-उपघातात् तु पर-भक्ति-विपत्तये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रेयसो | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| विघ्न | विघ्न | pos=n,comp=y |
| करणात् | करण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| विपत्तये | विपत्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |
| पात्री | पात्री | pos=n,comp=y |
| भाव | भाव | pos=n,comp=y |
| उपघातात् | उपघात | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| पर | पर | pos=n,comp=y |
| भक्ति | भक्ति | pos=n,comp=y |
| विपत्तये | विपत्ति | pos=n,g=f,c=4,n=s |