सौन्दरनन्दम् — 15.22
Original
Segmented
मनः-कर्म-स्व-विक्षेपम् अपि च अभ्यस्तुम् अर्हसि न तु एव अकुशलम् सौम्य वितर्कयितुम् अर्हसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| विक्षेपम् | विक्षेप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अभ्यस्तुम् | अभ्यस् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| तु | तु | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| अकुशलम् | अकुशल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| वितर्कयितुम् | वितर्कय् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |