सौन्दरनन्दम् — 15.44
Original
Segmented
ऋतु-चक्र-निवर्तात् च क्षुध्-पिपासा-क्लमात् अपि सर्वत्र नियतम् दुःखम् न क्वचिद् विद्यते शिवम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋतु | ऋतु | pos=n,comp=y |
| चक्र | चक्र | pos=n,comp=y |
| निवर्तात् | निवर्त | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| क्षुध् | क्षुध् | pos=n,comp=y |
| पिपासा | पिपासा | pos=n,comp=y |
| क्लमात् | क्लम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
| नियतम् | नियम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
| विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शिवम् | शिव | pos=a,g=n,c=1,n=s |