सौन्दरनन्दम् — 15.49
Original
Segmented
लोकस्य अभ्याहतस्य अस्य दुःखैः शारीर-मानसैः क्षेमः कश्चिद् न देशो ऽस्ति स्वस्थो यत्र गतो भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अभ्याहतस्य | अभ्याहन् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दुःखैः | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| शारीर | शारीर | pos=a,comp=y |
| मानसैः | मानस | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| क्षेमः | क्षेम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| देशो | देश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्वस्थो | स्वस्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| गतो | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |