सौन्दरनन्दम् — 15.7
Original
Segmented
अर्जन-आदीनि कामेभ्यो दृष्ट्वा दुःखानि कामिनाम् तस्मात् तान् मूलतः छिन्द्धि मित्र-संज्ञान् अरीन् इव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्जन | अर्जन | pos=n,comp=y |
| आदीनि | आदि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| कामेभ्यो | काम | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दुःखानि | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| कामिनाम् | कामिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| मूलतः | मूल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| छिन्द्धि | छिद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
| संज्ञान् | संज्ञा | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अरीन् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| इव | इव | pos=i |