सौन्दरनन्दम् — 16.34
Original
Segmented
क्लेश-अंकुरान् न प्रतनोति शीलम् बीज-अङ्कुरान् काल इव अतिवृत्तः शुचौ हि शीले पुरुषस्य दोषा मनः स लज्जाः इव धर्षयन्ति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| क्लेश | क्लेश | pos=n,comp=y |
| अंकुरान् | अङ्कुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| न | न | pos=i |
| प्रतनोति | प्रतन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शीलम् | शील | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बीज | बीज | pos=n,comp=y |
| अङ्कुरान् | अङ्कुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| काल | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अतिवृत्तः | अतिवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| शुचौ | शुचि | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| शीले | शील | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पुरुषस्य | पुरुष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दोषा | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| लज्जाः | लज्जा | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| धर्षयन्ति | धर्षय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |