सौन्दरनन्दम् — 16.6
Original
Segmented
अ बोधतः हि अ प्रतिवेधतः च तत्त्व-आत्मकस्य अस्य चतुष्टयस्य भवाद् भवम् याति न शान्तिम् एति संसार-दोलाम् अधिरुह्य लोकः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अ | अ | pos=i |
| बोधतः | बोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| अ | अ | pos=i |
| प्रतिवेधतः | प्रतिवेध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
| आत्मकस्य | आत्मक | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| चतुष्टयस्य | चतुष्टय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| भवाद् | भव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| भवम् | भव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| न | न | pos=i |
| शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| एति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| संसार | संसार | pos=n,comp=y |
| दोलाम् | दोला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अधिरुह्य | अधिरुह् | pos=vi |
| लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |