सौन्दरनन्दम् — 16.63
Original
Segmented
मोह-अनुबद्धे मनसः प्रचारे मैत्र-अशुभा वा एव भवति अयोगः ताभ्याम् हि संमोहम् उपैति भूयो वायु-आत्मकः रूक्षम् इव उपनीय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मोह | मोह | pos=n,comp=y |
| अनुबद्धे | अनुबन्ध् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| मनसः | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| प्रचारे | प्रचार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मैत्र | मैत्र | pos=a,comp=y |
| अशुभा | अशुभ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| वा | वा | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अयोगः | अयोग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ताभ्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=d |
| हि | हि | pos=i |
| संमोहम् | सम्मोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपैति | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| भूयो | भूयस् | pos=i |
| वायु | वायु | pos=n,comp=y |
| आत्मकः | आत्मक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| रूक्षम् | रूक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उपनीय | उपनी | pos=vi |