सौन्दरनन्दम् — 16.79
Original
Segmented
यथा हि भीतो निशि तस्करेभ्यो द्वारम् प्रियेभ्यो ऽपि न दातुम् इच्छेत् प्राज्ञः तथा संहरति प्रयोगम् समम् शुभस्य अपि अशुभस्य दोषैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यथा | यथा | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| भीतो | भी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| निशि | निश् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| तस्करेभ्यो | तस्कर | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रियेभ्यो | प्रिय | pos=a,g=m,c=4,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| दातुम् | दा | pos=vi |
| इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| संहरति | संहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| प्रयोगम् | प्रयोग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समम् | सम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| शुभस्य | शुभ | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अशुभस्य | अशुभ | pos=a,g=n,c=6,n=s |
| दोषैः | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=p |