सौन्दरनन्दम् — 17.29
Original
Segmented
दार्ढ्यात् प्रसादस्य धृतेः स्थिर-त्वात् सत्येषु असंमूढ-तया चतुर्षु शीलस्य च अच्छिद्र-तया उत्तमस्य निःसंशयो धर्म-विधौ बभूव
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दार्ढ्यात् | दार्ढ्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| प्रसादस्य | प्रसाद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धृतेः | धृति | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| स्थिर | स्थिर | pos=a,comp=y |
| त्वात् | त्व | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| सत्येषु | सत्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| असंमूढ | असंमूढ | pos=a,comp=y |
| तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| चतुर्षु | चतुर् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| शीलस्य | शील | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| च | च | pos=i |
| अच्छिद्र | अच्छिद्र | pos=a,comp=y |
| तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| उत्तमस्य | उत्तम | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| निःसंशयो | निःसंशय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| विधौ | विधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |