सौन्दरनन्दम् — 17.4
Original
Segmented
ऋजुम् समग्रम् प्रणिधाय कायम् काये स्मृतिम् च अभिमुखीम् विधाय सर्वा इन्द्रियाणि आत्मनि संनिधाय स तत्र योगम् प्रयतः प्रपेदे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ऋजुम् | ऋजु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| समग्रम् | समग्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| प्रणिधाय | प्रणिधा | pos=vi |
| कायम् | काय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| काये | काय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| स्मृतिम् | स्मृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अभिमुखीम् | अभिमुख | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| विधाय | विधा | pos=vi |
| सर्वा | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| इन्द्रियाणि | इन्द्रिय | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| संनिधाय | संनिधा | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रयतः | प्रयम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| प्रपेदे | प्रपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |