सौन्दरनन्दम् — 18.29
Original
Segmented
निर्वाप्य राग-अग्निम् उदीर्णम् अद्य दिष्ट्या सुखम् स्वप्स्यसि वीत-दाहः दुःखम् हि शेते शयने अपि उदारे क्लेश-अग्निना चेतसि दह्यमानः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्वाप्य | निर्वापय् | pos=vi |
| राग | राग | pos=n,comp=y |
| अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उदीर्णम् | उदीर् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| सुखम् | सुखम् | pos=i |
| स्वप्स्यसि | स्वप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| वीत | वी | pos=va,comp=y,f=part |
| दाहः | दाह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुःखम् | दुःखम् | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शयने | शयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| उदारे | उदार | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| क्लेश | क्लेश | pos=n,comp=y |
| अग्निना | अग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| चेतसि | चेतस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दह्यमानः | दह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |