सौन्दरनन्दम् — 2.13
Original
Segmented
धृत्या अवाक्षीत् प्रतिज्ञाम् स सत्-वाजी इव उद्यताम् धुरम् न हि अवाञ्छीत् च्युतः सत्यात् मुहूर्तम् अपि जीवितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धृत्या | धृति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| अवाक्षीत् | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| प्रतिज्ञाम् | प्रतिज्ञा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सत् | सत् | pos=a,comp=y |
| वाजी | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| उद्यताम् | उद्यम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| धुरम् | धुर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अवाञ्छीत् | वाञ्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
| च्युतः | च्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सत्यात् | सत्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| जीवितम् | जीवित | pos=n,g=n,c=2,n=s |