सौन्दरनन्दम् — 3.14
Original
Segmented
स हि दोष-सागरम् अगाधम् उपधि-जलम् आधि-जन्तुकम् क्रोध-मद-भय-तरङ्ग-चलम् प्रततार लोकम् अपि च व्यतारयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| दोष | दोष | pos=n,comp=y |
| सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अगाधम् | अगाध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| उपधि | उपधि | pos=n,comp=y |
| जलम् | जल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आधि | आधि | pos=n,comp=y |
| जन्तुकम् | जन्तुक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| मद | मद | pos=n,comp=y |
| भय | भय | pos=n,comp=y |
| तरङ्ग | तरंग | pos=n,comp=y |
| चलम् | चल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| प्रततार | प्रतृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| व्यतारयत् | वितारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |