सौन्दरनन्दम् — 4.35
Original
Segmented
सचेद् भवेः त्वम् खलु दीर्घसूत्रो दण्डम् महान्तम् त्वयि पातयेयम् मुहुः मुहुः त्वाम् शयितम् कुचाभ्याम् विबोधयेयम् च न च आलपेयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सचेद् | सचेद् | pos=i |
| भवेः | भू | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| खलु | खलु | pos=i |
| दीर्घसूत्रो | दीर्घसूत्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| दण्डम् | दण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महान्तम् | महत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| पातयेयम् | पातय् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| मुहुः | मुहुर् | pos=i |
| मुहुः | मुहुर् | pos=i |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| शयितम् | शी | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| कुचाभ्याम् | कुच | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| विबोधयेयम् | विबोधय् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
| च | च | pos=i |
| न | न | pos=i |
| च | च | pos=i |
| आलपेयम् | आलप् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |