सौन्दरनन्दम् — 6.1
Original
Segmented
ततो हृते भर्तरि गौरवेण प्रीतौ हृतायाम् अरतौ कृतायाम् तत्र एव हर्म्य-उपरि वर्तमाना न सुन्दरी सा एव तदा बभासे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| हृते | हृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| भर्तरि | भर्तृ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| गौरवेण | गौरव | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| प्रीतौ | प्रीति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| हृतायाम् | हृ | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| अरतौ | अरति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| कृतायाम् | कृ | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| हर्म्य | हर्म्य | pos=n,comp=y |
| उपरि | उपरि | pos=i |
| वर्तमाना | वृत् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| सुन्दरी | सुन्दर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |
| बभासे | भास् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |