सौन्दरनन्दम् — 6.18
Original
Segmented
सेवा-अर्थम् आदर्शनम् अन्य-चित्तः विभूषयन्त्या मम धारयित्वा बिभर्ति सो ऽन्यस्य जनस्य तम् चेद् नमः ऽस्तु तस्मै चल-सौहृदाय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सेवा | सेवा | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आदर्शनम् | आदर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अन्य | अन्य | pos=n,comp=y |
| चित्तः | चित्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विभूषयन्त्या | विभूषय् | pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| धारयित्वा | धारय् | pos=vi |
| बिभर्ति | भृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽन्यस्य | अन्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चेद् | चेद् | pos=i |
| नमः | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| चल | चल | pos=a,comp=y |
| सौहृदाय | सौहृद | pos=n,g=m,c=4,n=s |