सौन्दरनन्दम् — 6.44
Original
Segmented
इति एवम् उक्ता अपि बहु-प्रकारम् स्नेहात् तया ना एव धृतिम् चकार अथ अपरा ताम् मनसो ऽनुकूलम् काल-उपपन्नम् प्रणयात् उवाच
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इति | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| प्रकारम् | प्रकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| ना | न | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| धृतिम् | धृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चकार | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अथ | अथ | pos=i |
| अपरा | अपर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मनसो | मनस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| ऽनुकूलम् | अनुकूल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| उपपन्नम् | उपपद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| प्रणयात् | प्रणय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |