सौन्दरनन्दम् — 9.30
Original
Segmented
निषेव्य पानम् मदनीयम् उत्तमम् निशा-विवासेषु चिराद् विमाद्यति नरः तु मत्तो बल-रूप-यौवनैः न कश्चिद् अ प्राप्य जराम् विमाद्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निषेव्य | निषेव् | pos=vi |
| पानम् | पान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मदनीयम् | मद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| निशा | निशा | pos=n,comp=y |
| विवासेषु | विवास | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| चिराद् | चिरात् | pos=i |
| विमाद्यति | विमद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| मत्तो | मद् | pos=n,g=,c=5,n=s |
| बल | बल | pos=n,comp=y |
| रूप | रूप | pos=n,comp=y |
| यौवनैः | यौवन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| न | न | pos=i |
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अ | अ | pos=i |
| प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
| जराम् | जरा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विमाद्यति | विमद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |