सौन्दरनन्दम् — 9.37
Original
Segmented
स पन्नगे यः कु गृहे सदा अशुचौ रमेत नित्यम् प्रतिसंस्कृते ऽबले स दुष्ट-धातौ अशुचौ चल-अचले रमेत काये विपरीत-दर्शनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | स | pos=i |
| पन्नगे | पन्नग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कु | कु | pos=i |
| गृहे | गृह | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| अशुचौ | अशुचि | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| रमेत | रम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| प्रतिसंस्कृते | प्रतिसंस्कृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ऽबले | अबल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दुष्ट | दुष् | pos=va,comp=y,f=part |
| धातौ | धातु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| अशुचौ | अशुचि | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| चल | चल | pos=a,comp=y |
| अचले | अचल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| रमेत | रम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| काये | काय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| विपरीत | विपरीत | pos=a,comp=y |
| दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |