शतकत्रयम् — 1.12
Original
Segmented
साहित्य-संगीत-कला-विहीनः साक्षात् पशुः पुच्छ-विषाण-हीनः तृणम् न खादन्न् अपि जीवन् तत् भागधेयम् परमम् पशूनाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| साहित्य | साहित्य | pos=n,comp=y |
| संगीत | संगीत | pos=n,comp=y |
| कला | कला | pos=n,comp=y |
| विहीनः | विहा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| साक्षात् | साक्षात् | pos=i |
| पशुः | पशु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पुच्छ | पुच्छ | pos=n,comp=y |
| विषाण | विषाण | pos=n,comp=y |
| हीनः | हा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तृणम् | तृण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| खादन्न् | खाद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| अपि | अपि | pos=i |
| जीवन् | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भागधेयम् | भागधेय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| पशूनाम् | पशु | pos=n,g=m,c=6,n=p |