शतकत्रयम् — 1.31
Original
Segmented
लाङ्गूल-चालनम् अधस् चरण-अवपातम् भूमौ निपत्य वदनोदर-दर्शनम् च श्वा पिण्डदस्य कुरुते गज-पुंगवः तु धीरम् विलोकयति चाटु-शतैः च भुङ्क्ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| लाङ्गूल | लाङ्गूल | pos=n,comp=y |
| चालनम् | चालन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अधस् | अधस् | pos=i |
| चरण | चरण | pos=n,comp=y |
| अवपातम् | अवपात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| निपत्य | निपत् | pos=vi |
| वदनोदर | वदनोदर | pos=n,comp=y |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| श्वा | श्वन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पिण्डदस्य | पिण्डद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| पुंगवः | पुंगव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| धीरम् | धीर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| विलोकयति | विलोकय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| चाटु | चाटु | pos=n,comp=y |
| शतैः | शत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| च | च | pos=i |
| भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |