शतकत्रयम् — 1.38
Original
Segmented
जातिः यातु रसातलम् गुण-गणैः तत्र अपि अधो गम्यताम् शीलम् शैल-तटात् पततु अभिजनः संदह्यताम् वह्निना शौर्ये वैरिणि वज्रम् आशु निपतत्व् अर्थो ऽस्तु नः केवलम् येन एकेन विना गुणस् तृण-लव-प्रायाः समस्ता इमे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जातिः | जाति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| यातु | या | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| रसातलम् | रसातल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गुण | गुण | pos=n,comp=y |
| गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अपि | अपि | pos=i |
| अधो | अधस् | pos=i |
| गम्यताम् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| शीलम् | शील | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| शैल | शैल | pos=n,comp=y |
| तटात् | तट | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| पततु | पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| अभिजनः | अभिजन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संदह्यताम् | संदह् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| वह्निना | वह्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| शौर्ये | शौर्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| वैरिणि | वैरिन् | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| वज्रम् | वज्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आशु | आशु | pos=i |
| निपतत्व् | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| अर्थो | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| केवलम् | केवलम् | pos=i |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| विना | विना | pos=i |
| गुणस् | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तृण | तृण | pos=n,comp=y |
| लव | लव | pos=n,comp=y |
| प्रायाः | प्राय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समस्ता | समस्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |