शतकत्रयम् — 1.42
Original
Segmented
दौर्मन्त्र्यान् नृपतिः विनश्यति यतिः सङ्गात् सुतो लालनात् विप्रो ऽनध्ययनात् कुलम् कु तनयात् शीलम् खल-उपासनात् ह्रीः मद्याद् अनवेक्षणाद् अपि कृषिः स्नेहः प्रवास-आश्रयात् मैत्री च अ प्रणयात् समृद्धिः अ नयतः त्याग-प्रमादात् धनम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दौर्मन्त्र्यान् | दौर्मन्त्र्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| नृपतिः | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विनश्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| यतिः | यति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सङ्गात् | सङ्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सुतो | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| लालनात् | लालन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विप्रो | विप्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽनध्ययनात् | अनध्ययन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| कुलम् | कुल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| कु | कु | pos=i |
| तनयात् | तनय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| शीलम् | शील | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| खल | खल | pos=n,comp=y |
| उपासनात् | उपासन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| ह्रीः | ह्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| मद्याद् | मद्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अनवेक्षणाद् | अनवेक्षण | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| कृषिः | कृषि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| स्नेहः | स्नेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रवास | प्रवास | pos=n,comp=y |
| आश्रयात् | आश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| मैत्री | मैत्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अ | अ | pos=i |
| प्रणयात् | प्रणय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| समृद्धिः | समृद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अ | अ | pos=i |
| नयतः | नय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| त्याग | त्याग | pos=n,comp=y |
| प्रमादात् | प्रमाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| धनम् | धन | pos=n,g=n,c=1,n=s |