शतकत्रयम् — 1.91
Original
Segmented
रवि-निशाकरयोः ग्रह-पीडनम् गज-भुजंगमयोः अपि बन्धनम् मतिमताम् च विलोक्य दरिद्र-ताम् विधिः अहो बलवान् इति मे मतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रवि | रवि | pos=n,comp=y |
| निशाकरयोः | निशाकर | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| ग्रह | ग्रह | pos=n,comp=y |
| पीडनम् | पीडन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गज | गज | pos=n,comp=y |
| भुजंगमयोः | भुजंगम | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| अपि | अपि | pos=i |
| बन्धनम् | बन्धन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मतिमताम् | मतिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| विलोक्य | विलोकय् | pos=vi |
| दरिद्र | दरिद्र | pos=a,comp=y |
| ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| विधिः | विधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अहो | अहो | pos=i |
| बलवान् | बलवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मतिः | मति | pos=n,g=f,c=1,n=s |