शतकत्रयम् — 2.1
Original
Segmented
शम्भु-स्वयंभू-हरयः हरिण-ईक्षणानाम् येन अक्रियन्त सततम् गृह-कुम्भ-दासाः वाचाम् अगोचर-चरित्र-विचित्रिताय तस्मै नमो भगवते मकरध्वजाय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शम्भु | शम्भु | pos=n,comp=y |
| स्वयंभू | स्वयम्भु | pos=n,comp=y |
| हरयः | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| हरिण | हरिण | pos=n,comp=y |
| ईक्षणानाम् | ईक्षण | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| येन | यद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अक्रियन्त | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| सततम् | सततम् | pos=i |
| गृह | गृह | pos=n,comp=y |
| कुम्भ | कुम्भ | pos=n,comp=y |
| दासाः | दास | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वाचाम् | वाच् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| अगोचर | अगोचर | pos=a,comp=y |
| चरित्र | चरित्र | pos=n,comp=y |
| विचित्रिताय | विचित्रित | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| तस्मै | तद् | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| नमो | नमस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| भगवते | भगवत् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
| मकरध्वजाय | मकरध्वज | pos=n,g=m,c=4,n=s |