शतकत्रयम् — 2.10
Original
Segmented
नूनम् हि ते कवि-वराः विपरीत-वाचः ये नित्यम् आहुः अबला इति कामिनीस् ताः याभिः विलोलय्-रत-अरक-दृष्टि-पातैः शक्र-आदयः ऽपि विजितास् त्व् अबलाः कथम् ताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नूनम् | नूनम् | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| कवि | कवि | pos=n,comp=y |
| वराः | वर | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| विपरीत | विपरीत | pos=a,comp=y |
| वाचः | वाच् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अबला | अबल | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| इति | इति | pos=i |
| कामिनीस् | कामिनी | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| ताः | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
| याभिः | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| विलोलय् | विलोलय् | pos=va,comp=y,f=part |
| रत | रत | pos=n,comp=y |
| अरक | अरक | pos=n,comp=y |
| दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
| पातैः | पात | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शक्र | शक्र | pos=n,comp=y |
| आदयः | आदि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| विजितास् | विजि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| त्व् | तु | pos=i |
| अबलाः | अबल | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| ताः | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |