शतकत्रयम् — 2.16
Original
Segmented
मुखेन चन्द्रकान्तेन महानीलैः शिरोरुहैः कराभ्याम् पद्मरागाभ्याम् रेजे रत्न-मयी इव सा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मुखेन | मुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| चन्द्रकान्तेन | चन्द्रकान्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| महानीलैः | महानील | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शिरोरुहैः | शिरोरुह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| कराभ्याम् | कर | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| पद्मरागाभ्याम् | पद्मराग | pos=n,g=m,c=3,n=d |
| रेजे | राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
| मयी | मय | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |