शतकत्रयम् — 2.18
Original
Segmented
तस्याः स्तनौ यदि घनौ जघनम् च हारि वक्त्रम् च चारु तव चित्ते किम् आकुल-त्वम् पुण्यम् कुरुष्व यदि तेषु ते अस्ति वाञ्छा पुण्यैः विना न हि भवन्ति समीहित-अर्थाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| स्तनौ | स्तन | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| यदि | यदि | pos=i |
| घनौ | घन | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| जघनम् | जघन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| हारि | हारिन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| वक्त्रम् | वक्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| चारु | चारु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| चित्ते | चित्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आकुल | आकुल | pos=a,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| यदि | यदि | pos=i |
| तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वाञ्छा | वाञ्छा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पुण्यैः | पुण्य | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| विना | विना | pos=i |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| समीहित | समीह् | pos=va,comp=y,f=part |
| अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |