शतकत्रयम् — 2.22
Original
Segmented
अदर्शने दर्शन-मात्र-कामा दृष्ट्वा परिष्वङ्ग-सुख-एक-लोला आलिङ्गितायाम् पुनः आयत-अक्षायाम् आशास्महे विग्रहयोः अभेदम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अदर्शने | अदर्शन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दर्शन | दर्शन | pos=n,comp=y |
| मात्र | मात्र | pos=n,comp=y |
| कामा | काम | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| परिष्वङ्ग | परिष्वङ्ग | pos=n,comp=y |
| सुख | सुख | pos=n,comp=y |
| एक | एक | pos=n,comp=y |
| लोला | लोल | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| आलिङ्गितायाम् | आलिङ्गय् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| आयत | आयम् | pos=va,comp=y,f=part |
| अक्षायाम् | अक्ष | pos=a,g=f,c=7,n=s |
| आशास्महे | आशास् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
| विग्रहयोः | विग्रह | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| अभेदम् | अभेद | pos=n,g=m,c=2,n=s |