शतकत्रयम् — 2.56
Original
Segmented
कामिनी-काय-कान्तारे कुच-पर्वत-दुर्गमे मा संचर मनः पान्थ तत्र आस्ते स्मर-तस्करः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कामिनी | कामिनी | pos=n,comp=y |
| काय | काय | pos=n,comp=y |
| कान्तारे | कान्तार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| कुच | कुच | pos=n,comp=y |
| पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
| दुर्गमे | दुर्गम | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| मा | मा | pos=i |
| संचर | संचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पान्थ | पान्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| आस्ते | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| स्मर | स्मर | pos=n,comp=y |
| तस्करः | तस्कर | pos=n,g=m,c=1,n=s |