शतकत्रयम् — 2.82
Original
Segmented
विश्वामित्र-पराशर-प्रभृतयः वात-अम्बु-पर्ण-अशनाः ते ऽपि स्त्री-मुख-पङ्कजम् सु ललितम् दृष्ट्वा एव मोहम् गताः शाल्यन्नम् स घृतम् पयः-दधि-युतम् ये भुञ्जते मानवाः तेषाम् इन्द्रिय-निग्रहः यदि भवेद् विन्ध्यः प्लवेत् सागरे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विश्वामित्र | विश्वामित्र | pos=n,comp=y |
| पराशर | पराशर | pos=n,comp=y |
| प्रभृतयः | प्रभृति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वात | वात | pos=n,comp=y |
| अम्बु | अम्बु | pos=n,comp=y |
| पर्ण | पर्ण | pos=n,comp=y |
| अशनाः | अशन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
| मुख | मुख | pos=n,comp=y |
| पङ्कजम् | पङ्कज | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| ललितम् | लल् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| एव | एव | pos=i |
| मोहम् | मोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| शाल्यन्नम् | शाल्यन्न | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स | स | pos=i |
| घृतम् | घृत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| पयः | पयस् | pos=n,comp=y |
| दधि | दधि | pos=n,comp=y |
| युतम् | युत | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| भुञ्जते | भुज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मानवाः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
| निग्रहः | निग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| यदि | यदि | pos=i |
| भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| विन्ध्यः | विन्ध्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्लवेत् | प्लु | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |